लॉकडाउन का असरः देश में चंडीगढ़ की हवा सबसे साफ, इन वजहों से कम हुआ प्रदूषण
लॉकडाउन का प्रदूषण पर जबरदस्त असर पड़ा है। हवा पूरी तरह से साफ हो चुकी है। आसमान भी नीला दिख रहा है। शनिवार को केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की ओर से चार बजे जारी बुलेटिन के मुताबिक चंडीगढ़ का एयरक्वालिटी (एक्यूआई) इंडेक्स 17 दर्ज किया गया है, जो पूरे 101 शहरों में सबसे कम रहा है। सीपीसीबी हर रोज देश के 101 शहरों की एयर क्वालिटी का मूल्यांकन करता है। इसमें देश के सभी प्रमुख शहर शामिल हैं। चंडीगढ़ के पर्यावरण विशेषज्ञों ने माना है कि शनिवार के दिन की हवा की गुणवत्ता पिछले एक साल में सबसे साफ रही है।
 

उनका यह भी कहना है कि जब तक लॉकडाउन चलेगा, तब तक हवा की गुणवत्ता अच्छी बनी रहेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 मार्च को देश भर में लॉकडाउन का एलान किया था। इसके बाद से सड़कों पर निजी वाहनों का चलना, निर्माण कार्य, इंडस्ट्री और ढाबे बंद हो गए हैं। इससे पूरे देश के साथ-साथ चंडीगढ़ की हवा में जबरदस्त सुधार देखने को मिला है। पर्यावरण विशेषज्ञों का कहना है कि यदि लॉकडाउन नहीं होता तो इस समय एयरक्वालिटी इंडेक्स 100 के आसपास रहता। यह आकलन विशेषज्ञों ने अपने पूर्वानुमान के हिसाब से बताया है।

इन वजहों से कम हुआ पॉल्यूशन
विशेषज्ञों का कहना है कि प्रदूषण के सिर्फ एक कारण नहीं होते बल्कि कई फैक्टर एक साथ काम करते हैं। एक्यूआई में आए इस बदलाव के पीछे लॉकडाउन के अलावा बीते कुछ दिनों से हो रही बारिश का भी योगदान रहा है। चंडीगढ़ में भी लगातार दो दिन बारिश हुई है। इससे पहले भी मार्च में रुक-रुक कर बारिशें होती रही हैं। 


 



विशेषज्ञों के मुताबिक लॉकडाउन से वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से बंद हो चुकी। होटलों के बंद होने से तंदूर से निकलने वाला धुआं भी नहीं है। इसके साथ निर्माण कार्य और कृषि से संबंधित गतिविधियां भी काफी कम हैं। इन सभी गतिविधियों से ही प्रदूषण का स्तर बढ़ता है। इसका असर यह हुआ है कि शनिवार को पूरे दिन एयरक्वालिटी इंडेक्स 32 से ऊपर गया नहीं।